रिपोर्ट :-ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
रुड़की। मुआवजा न दिए जाने व पीड़ितों का मजाक उड़ाने से आक्रोशित पीड़ित परिवार ने आज धरना प्रदर्शन कर दोनों जनप्रतिनिधियों को जमकर कोसा ओर घोषणा को वापस लेने की हिदायत दी। आज गांधी वाटिका स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष आयोजित धरना-प्रदर्शन के दौरान पीड़ितों व जिम्मेदार लोगों ने दोनों जनप्रतिनिधियों पर मृतक पीड़ितों का मानसिक शोषण करने व उनके मुआवजे को हड़पने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि ऐसे जनप्रतिनिधियों का जनता को विरोध करना है। ज्ञात रहे कि इंद्र सिंह सैनी व मेघराज चाचा-भतीजा हत्याकांड के बाद तत्कालीन मंत्री व प्रवक्ता मदन कौशिक व विधायक प्रदीप बत्रा द्वारा सांत्वना के रूप में पीड़ित परिवार से मिलकर उक्त घोषणा की थी, लेकिन 5 साल बीत जाने के बाद भी आज तक यह घोषणा सिर्फ घोषणा ही बनी हुई है। पीड़ितों को आज तक कोई राशि नही मिल पाई। भाजपा सरकार के विधायक जहां अपनी निजी संपत्ति में आय दिन बढ़ोतरी कर रहे है, तो वहीं ऐसी घोषणाएं कर जनप्रतिनिधि जनता का मजाक भी उड़ा रहे है। पीड़ितो ने आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में इसका अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी।