रिपोर्ट ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
रूडकी हिन्दी पखवाड़े के अंतर्गत शिमला में आयोजित ‘राष्ट्रीय शब्दोउत्सव कविकुम्भ’ में अंतर्राष्ट्रीय शायर व उत्तराखंड उर्दू अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष अफजल मंगलौरी को “लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड-2022” से सम्मानित किया गया है।शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में तेरह प्रदेशों के विभिन्न भाषाओं के साहित्यकारों के बीच फिल्म स्टार यशपाल शर्मा और वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री लीलाधर जगूड़ी ने अफजल मंगलौरी को सम्मान प्रदान करते हुए कहा कि उन्होंने सैकड़ों ग्रामीण अंचलों के युवा रचनाकारों को मंच और कविता से जोड़ कर साहित्य की सेवा के साथ साथ उनकी आर्थिक दशा को सुधारने का कार्य भी किया।उन्होंने कहा कि मंगलौरी ने विश्व स्तर पर देश और अपने प्रदेश उत्तराखंड का नाम रोशन किया,जो सभी के लिए गर्व की बात है। इस अवसर पर देश की विभिन्न भाषाओं हिंदी,उर्दू,पंजाबी,बांग्ला,अंग्रेजी व क्षेत्रीय बोलियों डोगरी गढ़वाली,कुमायूंनी,अवधि एंव भोजपुरी के लगभग सौ रचनाकारों व साहित्यकारों ने तीन सत्रों में भाग लिया।कार्यक्रम अध्यक्ष रानी रंजीता सिंह ने केंद्रीय विभागों में हिंदी की अनिवार्यता के लिए प्रस्ताव रखा।