रिपोर्ट ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
श्रमिक नेता महिपाल सिंह का कहना है कि श्रमिकों के परिवार वह बच्चों की हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है लेकिन शासन प्रशासन और कंपनी प्रबंधन इन श्रमिकों के बच्चों की तरफ ध्यान नहीं दें रहा है और कुंभकरण की नींद सो रहा है और श्रमिकों को डरा धमका रहा है आंदोलन को दमन करने की कोशिश कर रहा है श्रमिकों के परिवारों का कहना है कि सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्वच्छ भारत अभियान का नारा देती है लेकिन धरने में बैठे महिलाएं और बच्चे के लिए यहां पर शौचालय की तक व्यवस्था नगर निगम शासन प्रशासन द्वारा नहीं कराई गई है श्रमिक चंद्रेश का कहना है कि उत्तराखंड सरकार और क्षेत्रीय विधायक को श्रम आनी चाहिए जिनके राज्य और क्षेत्र में बच्चे भी आंदोलन में बैठे हैं धूप और बारिश में भी डटे हुए हैं इन बच्चों देखने के बाद भी क्षेत्रीय विधायक की आंख नहीं खुल रही है श्रमिक और उनके परिवारों का कहना है कि जब तक श्रमिकों की कार्य बहाली नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा श्रमिक अपने परिवार के साथ जेल भरो आंदोलन के लिए भी तैयार हैं श्रमिकों को सभी संगठनों राजनीतिक दल सामाजिक कार्यकर्ता का पूर्ण समर्थन मिल रहा है धरने में बैठे निम्न श्रमिक और उनके परिवार बच्चे अजीत ओमप्रकाश बलवंत दिनेश राणा खेम सिंह विपिन पाठक मीरा देवी सपना देवी किरण बसेरा संगीता नेगी पूजा देवी पिंकी आयशा देविका गोलू प्रियांक आदि धरने में उपस्थित रहे