रिपोर्ट:-ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
रुड़की। महाविद्यालय मे “ड्रग फ्री देवभूमि” विषय पर रंगोली प्रतियोगिता में छात्रों का उत्साह वर्धन करते हुए महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा (पूर्व राज्यमंत्री उत्तराखंड सरकार) ने छात्र-छात्राओं को भारतीय संस्कृति में रंगोली के महत्त्व को बताया और कहा कि नशा मुक्ति हमारे समाज की प्रगति और उन्नति का मार्ग है। यह हमें स्वतंत्रता, स्वास्थ्य, और खुशहाली की ओर ले जा सकता है। हम सभी को मिलकर नशा मुक्त समाज की ओर प्रगति करनी चाहिए और एक स्वस्थ, सकारात्मक और समृद्ध समाज की स्थापना करने के लिए समर्थन करना चाहिए। उन्होंने ने कहा कि नशे के खिलाफ अब समाज के हर वर्ग को आगे आ कर नशा विरोधी न अभियान चलाने की ज़रूरत है। महाविद्यालय के उपाध्यक्ष श्री ममतेश शर्मा जी ने बताया कि नशा करने वाला व्यक्ति समाज में सदैव अपमानित होता है। उसके परिवार की सामाजिक, आर्थिक स्थिति दयनीय हो जाती है। इसलिये इससे बचने की नितांत आवश्यकता है। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ.गौतम वीर ने छात्र छात्राओं को नशे का दुष्प्रभाव बताते हुए कहा कि नशे में लिप्त व्यक्ति परिवार एवं समाज से दूर होता जाता है तथा शारीरिक एवं मानसिक रूप से कमजोर होकर अनेक बीमारियों का शिकार हो जाता है। इस मौके पर एंटी ड्रग सेल की नोडल अधिकारी डॉ. अलका तोमर ने बताया कि नशे के आदी व्यक्ति का शैक्षणिक एवं बौद्धिक विकास रूक जाता है। वह अपने भविष्य में उन्नति करने में असमर्थ होकर उसका परिवार हमेशा त्रस्त रहता है। नशा सभी बुराइयों की जड़ है। एंटी ड्रग सेल की सदस्या डॉ.सुनीता कुमारी ने भी छात्र छात्राओं को जागरूक रहने के लिए प्रेरित किया। एंटी ड्रग सेल के सदस्य डॉ. सुरजीत सिंह ने छात्र छात्राओं को कहा कि नशा हमारे समाज के लिए एक अभिशाप बन गया है और आप लोग युवा हैं समझदार हैं आप नशे से स्वयं भी बचे और समाज को भी जागरूक करते हुए इससे बचने के लिए प्रेरित करें। यह प्रतियोगिता समूह मे आयोजित की गई। इसमें 3 ग्रुप ने भाग लिया। प्रतियोगिता में ग्रुप -1 ने प्रथम स्थान, ग्रुप -2 ने द्वितीय तथा ग्रुप -3 ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में प्रवीण, आदित्य,अंकुश,नीतू,मुस्कान,राधिका,कीर्ति,आकाश, सोनाक्षी आदि छात्र छात्राओ ने भाग लिया। इस कार्यक्रम मे डा. शिखा जैन ,डा. एस. के. महला,
डा.रीमा सिन्हा, डा.संदीप पोसवाल ,डॉ सुष्मिता पन्त, संजय धीमान, डॉ दीपक डोभाल, डा. अर्चना त्यागी,डा. सीमा गुप्ता आदि मौजूद रहे।
प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डा.इंदु अरोड़ा, डा. ममता जोशी और श्रीमती दीपा जोशी रही।