(रिपोर्ट:- ब्रह्मानंद चौधरी) रुड़की। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती जी के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए डॉक्टर तलहा शमीम जी ने किया।
इस अवसर पर संस्थान के सचिव चंद्र भूषण शर्मा ने कहा कि हम आधुनिक युग में अपने उत्तम मस्तिष्क का ध्यान नहीं रख पा रहे हैं और आज की नवयुवक तनाव घोषित होते जा रहे हैं जिससे आत्महत्या जैसी घटनाएं बढ़ रही है। इस अवसर पर संस्थान की कोषाध्यक्ष सौरभ भूषण शर्मा ने कहा कि हमें शरीर के स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा हमें मोबाइल का प्रयोग काम करना होगा और उसकी जगह एक दूसरे को समय देने का प्रयास करना होगा हम जब अपनी बातें दूसरों के साथ साझा करेंगे तो मनहर का होता है जिससे मस्तिष्क तनाव रहित रहता है। इस अवसर पर मैनेजिंग डायरेक्टर गौरव भूषण शर्मा ने कहा कि हमारा संस्थान हमेशा यह प्रयास करता है। कि विद्यार्थियों को उच्च कोटि की शिक्षा प्रदान हो और समय-समय पर व्याख्यान के आयोजन के माध्यम से विद्यार्थियों को एक नई शिक्षा एवं एक नए अनुभव की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर कार्यक्रम में डॉक्टर मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभा किया उन्होंने कहा आज के समाज में एक बहुत बड़ी समस्या मानसिक रोग से ग्रस्त लोगों की होती जा रही है। आजकल लोग लोग बहुत जल्दी तनाव ग्रस्त होते जा रहे हैं। इसीलिए 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिससे हम लोगों को मस्तिष्क से जुड़ी समस्याओं से अवगत करा सके। नृत्य में कुंवारी अंजुम सविता अंशिका पायल रजनी आदि ने प्रतिभा किया। विद्यार्थियों ने स्वस्थ मस्तिष्क के ऊपर एक नुक्कड़ नाटक का भी मंचन किया जिसमें साहिल, पूजा पायल, नदीम,अमन, शशांक, रवि छात्र-छात्राओं ने प्रतिभा किया।
इस अवसर पर डॉ.एस लंबा, डॉ.कनिका,डॉ. शाहजेब आलम, मोहम्मद आबाद, संजना शर्मा, निशु, सुधीर सैनी, प्रवीण कुमार, सुनील चौहान,अंकित चौधरी, जितेंद्र रावत ,शबनम, श्रीमती ममता आदि अध्यापक अध्यापिका उपस्थित रहे।