रिपोर्ट :-ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
रुड़की/पीरान कलियर।सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस संजय करोल ने दरगाह साबिर पाक में अपने परिजनों के साथ हाजरी दी और चादर पोशी कर देश में अमन व सलामती की दुआएं मांगी।जस्टिस संजय करोल ने कहा कि साबिर पाक की दरगाह राष्ट्रीय एकता के साथ-साथ आध्यत्मिक केंद्र भी है,जहाँ से बिना धार्मिक भेदभाव के सभी को रूहानी लाभ मिलता है।उन्होंने कहा कि हमारे देश की सभ्यता व संस्कृति इसीलिए विश्व में महान है कि यहां सर्वधर्म सम्भाव व वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश पुरातन काल से मिलता रहा है।इस अवसर पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रूडकी अभिनव शाह व हरिद्वार की सीजेएम व एसीजेएम ने जस्टिस संजय करोल का स्वागत किया।अंतरराष्ट्रीय शायर अफजल मंगलौरी ने जस्टिस संजय करोल को साबिर पाक की संक्षिप्त जीवनी और उनके बाबा फरीद से रिश्तों की विस्तार से जानकारी प्रदान की।दरगाह की ओर से प्रबंधक रजिया ने न्यायमूर्ति संजय करोल को प्रसाद पेश किया।इस अवसर पर सीओ पल्लवी त्यागी,लेखपाल अनुज यादव,एसओ कलियर जहांगीर अली,दरगाह लेखाकार शफीक अहमद,इंतेखाब अली,सद्दाम अली,सलमान अली,बाबू अली आदि मौजूद रहे। दरगाह में जियारत के बाद न्यायमूर्ति संजय करोल शाकुंभरी देवी के दर्शन के लिए प्रस्थान कर गए।