शादाब अली की रिपोर्ट
उन्नाव: बतौर थानाध्यक्ष व्यक्ति अपने आपको थाना सीमा की सुरक्षा को दुरुस्त रखने तक ही सीमित रखे यह जरूरी नही,बल्कि जिनके बूते सुरक्षा मजबूत रखे उनके बीच अपने विश्वास को कायम रखे वह भी एक थानाध्यक्ष के किसी भी थाना में तैनाती का अभिन्न एवं महत्वपूर्ण अंग होता है। बेहटा मुजावर थानाध्यक्ष जनपद उन्नाव के उन काबिल पुलिस अधिकारियों में से एक है जो टीम स्पिरिट को बरकार रखने को जाने जाते है। तकरीबन जिन भी थाना में उनकी अब तक तैनाती हुई है उनकी टीम व उनका ट्रैक रिकॉर्ड बेमिशाल रहा है।
इस्पेक्टर इंद्रपाल सिंह हाल में जनपद की थाना बेहटा मुजावर की कमान संभाले हुए है।तैनाती के साथ ही उनके हिस्से बेहटा मुजावर में ने सक्रिय नशा तस्करो पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी आयी तो कोरोना के फेज 2 ने भी उनके कार्यकाल को चुनौती दी। उनके द्वारा अपनी टीम के साथ बेहतरीन सक्रियता के दम पर नशा तस्करों पर लगाम लगाने अपने अधिनस्थों के साथ क्षेत्र में सफल प्रयास किये। तो वही कोरोना में क्षेत्र में अपनी टीम के साथ उचित आपसी समन्वय स्थापित कर क्षेत्र में उचित सुरक्षा घेरा बनाया गया। क्षेत्र के जरूरतमंद परिवारों के लिए वह अपनी टीम के साथ देवदूत भी बन गए जब खाने के पैकेट सहित मास्क वितरित करने वह स्वयं बस्तियों में चले गए थे। अपने अधिनस्थों में उनके बूते आत्मविश्वास भी बखूबी पनपा जब उन्होंने अपने थाना स्तर के हर सफल आपरेशन में अपनी टीम को श्रेय दे दिया।
अपने अधिनस्थों के साथ वह मात्र ड्यूटी ऑवर तक ही वह सीमित नही है,पुलिस कर्मियों का मनोबल बढ़ाने को हर प्रयास सार्थक हो सकता है यह जान उन्होंने थाना क्षेत्र से स्थानांतरित हुए कुछ आरक्षियों के लिए थाना टीम के साथ भोजन कार्यक्रम आयोजित कर ‘यादगार फेयरवेल’ दिया। उन आरक्षियों के लिए उनका यह फेयरवेल इसलिए भी महत्वपूर्ण रहा क्योंकि थानाध्यक्ष इंद्रपाल सिंह ने उन सभी से उनकी तैनाती के दौरान के अनुभव सबके साथ साझा करने को कहा तो सहर्ष दिल से उन सभी को पुलिस कार्यों को बेहतर बनाने को सुझावों को भी साझा करने को कहा जिनपर उनसभी के द्वारा थानाध्यक्ष के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए अपने सुझाव साझा भी किये गए। उनके द्वारा उन सभी आरक्षियों को याद के तौर पर बीट बुक प्रदान की गई। यह *काबिल ए तारीफ है व उनके सफल पुलिस कार्यकाल का एहम हिस्सा ही रहा है जहां उनके द्वारा पुलिस कार्यों को बेहतर बनाने को अपने समकक्ष के अलावा कांस्टेबल स्तरीय पुलिस कर्मियों के सुझावों को भी समान तवज्जो दी जाती है और अमल में भी लायी जाती है।*
इस्पेक्टर इंद्रपाल सिंह जनपद उन्नाव में अपने मजबूत सुरक्षा व सूत्रीय तंत्रों के लिए जाने जाते है जिसके बूते गत वर्ष भी उन्होंने बहुत सी उपलब्धियों को अपने नाम किया था। थाना जैसे कि इस्पेक्टर टैरिफ पद पर रहते हुए।फिर महिला,थाना उन्नाव उसके बाद क्राइम ब्रांच की मुखिया के तौर पर उनका व उनके काबिल अधीनस्थ उपनिरिक्षकों व आरक्षी गणो का प्रदर्शन प्रशंसनीय था जब उनके द्वारा ईश्वरन लूट केस सहित क्षेत्र के ही कामना रोहिला मर्डर केस की गुथी सुलझाई थी। अपराध नियंत्रण में काबिल व तेज़ तरार पुलिस अधिकारी में शामिल उन्होंने थाना टीम के साथ कोरोना काल मे क्षेत्रवासियों की सुरक्षा को न सिर्फ मुस्तैद रखने को पुलिस टीम के साथ 24*7 कार्य किया बल्कि स्वयं सहित हर एक पुलिस कर्मी को 124 जरूरतमंद परिवारों को कोरोना काल तक गोद ले उनकी सहायता के प्रयास करने जैसे गुड पुलिसिंग के कार्य किये थे। मित्रता,सेवा व सुरक्षा के भाव के तौर पर सम्पूर्ण थाना नेहरुकोलोनी पुलिस टीम ने घर जाकर दवाई वितरण से लेकर,खाने के पैकेट्स व स्वयं एम्बुलेंस बन लोगों को जीवनदान देने जैसे सकारात्मक कदम उनके निर्देशन में ही किये।
*एक पुलिस कर्मी को ड्यूटी के दौरान हज़ार मुश्किलों से दो चार होना पड़ता है जिसमे कई बार घरेलू मोर्चे सहित व्यवसायिक परेशानियों से भी हनक आत्मबल क्षीण होने जैसे स्थितियां उत्पन्न हिती है ऐसे में एक कुशल नेतृत्व के बूते ही उनके आत्मबल को ऊंचा करना व उन्हें ड्यूटी के प्रति सकारात्मक रखने के प्रयास करने में थानाध्यक्ष बेहटा मुजावर द्वारा अपनी टीम के साथ बातचीत के प्रयास उनकी काबिलियत व उनके व्यक्तित्व में चार चांद लगाते है व जिनके बूते जंग जितनी है उनका विश्वास उनपर पुख्ता कर रहे है।*