(संवाददाता:-इन्तजार रजा हरिद्वार) हरिद्वार। सलेमपुर व दादुपुर गोविन्दपुर क्षैत्र मे लघु उद्योग रूपी कबाड़खानो से निकलता जहर,सभी मानक व नियम कानून ताक पर रखकर उद्योग रूपी कबाड़खाने चलाने वालों पर अब जल्द चलेगा जिला प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का चाबुक,, एसडीएम अजयवीर सिंह ने प्रभावी कार्रवाई को लेकर अब कसी कमर लघु उद्योग रूपी अवैध कबाड़खानो के जल्द कसे जायेंगे पेंच। जल्द प्रभावी कार्रवाई करने को लेकर एसडीएम अजय वीर सिंह के द्वारा एक टीम का गठन किया गया है इसके बाद अब प्रभावी कार्यवाही होना लगभग तय एसडीएम से लेकर पीएम तक शिकायत के बाद सलेमपुर व दादुपुर गोविन्दपुर क्षैत्र मे लघु उद्योग रूपी कबाड़खानो पर अब प्रशासन हुआ सख्त जल्द होगी प्रभावी कार्यवाही
सलेमपुर व दादुपुर गोविन्दपुर क्षैत्र मे लघु उद्योग रूपी कबाड़खानो से निकलता जहर,सभी मानक व नियम कानून ताक पर रखकर उद्योग रूपी कबाड़खाने चलाने वालों पर अब जल्द चलेगा जिला प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का चाबुक, सलेमपुर व दादुपुर गोविन्दपुर क्षैत्र मे लघु उद्योग रूपी कबाड़खानो मे प्लास्टिक फुकने व प्लास्टिक रिसाइकिल उत्पादन से होने वाले प्रदूषण पर ऐक्शन लेने के लिए हरिद्वार एसडीएम अजय वीर सिंह ने खाका तैयार करने और प्रभावी कार्यवाही करने के लिए कमर कस ली है। इस समय बहादराबाद के सलेमपुर व दादुपुर गोविन्दपुर क्षैत्र प्लास्टिक फुकने वाले कबाडखानो से होने वाले वायु प्रदूषण की चपेट में चल रहा है। हरिद्वार जिला प्रशासन व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) ने प्रदूषण फैलाने वाले लघु उद्योग रूपी कबाड़खानो पर नकेल कसने के लिए हरिद्वार एसडीएम की अध्यक्षता मे तहसील सभागार मे सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक कर निर्देश व आदेश जारी कर दिये है। स्थानीय लोग प्रदूषण फैलाने वाले कबाडखानो की शिकायत लगातार डीएम हरिद्वार लेकर पीएम भारत सरकार तक लगातार करते आ रहे है जिसको अब जिला प्रशासन के अधिकारियों सहित एसडीएम हरिद्वार भी प्रदुषण की शिकायतों पर कार्यवाही को लेकर सतर्क नजर आ रहे है। अजयवीर सिंह एसडीएम हरिद्वार ने बहादराबाद के सलेमपुर व दादुपुर गोविन्दपुर क्षैत्र प्लास्टिक फुकने वाले कबाडखानो से होने वाले वायु प्रदूषण को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि सीपीसीबी के आदेशों का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। जिस तरह इन प्रदुषण फैलाने वाले कबाड़खानों पर कार्रवाई करने की बात की जा रही है तो आसपास की कॉलोनी और स्थानीय निवासियों के पलायन का सिलसिला भी शायद रुक जाएगा, अब किस तरह की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी इन कबाड़ खानों पर रोक लगेगी या नहीं भविष्य के लिए एक बड़ा सवाल।