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नंद विहार आश्रम में चतुर्थ सत्र में महाराज ने तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस में,किष्किंधा कांड के ऊपर कथा का वर्णन किया

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रिपोर्ट :-ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की

आज कथा के चतुर्थ सत्र में महाराज जी ने तुलसीदास जी द्वारा रचित रामचरितमानस में किष्किंधा कांड के ऊपर कथा का वर्णन करते हुए महाराज जी ने भक्ति भक्त भगवंत और गुरु की महिमा का वर्णन किया तथा सुग्रीव के स्वरूप का वर्णन करते हुए महाराज जी ने बताया कि हम सभी सुग्रीव जो काम क्रोध मोह लोभ ईर्ष्या द्वेष छल कपट में दबे पड़े और एक ऐसे गुरु की आवश्यकता है हनुमान जी जैसा जो हमारे अवगुणों को निकाल कर भगवत सराणा गति में लगाए और बाली वध की कथा बाली को तत्वज्ञान और उसके प्रश्नों का उत्तर दिया प्रांगण में उपस्थित भक्तों ने बड़ी ही श्रद्धा भक्ति भाव के साथ कथा का श्रवण किया और अपने जीवन को भगवान की भक्ति में लगाने का वचन दिया बड़ी ही धूमधाम से 19 वा हनुमत पाठ महोत्सव चल रहा है नित्य महाराज जी के द्वारा अनेकानेक गूढ़ रहस्यों का उद्बोधन हो रहा है।
आज के मुख्य यजमान मेरठ मंडल से सुरेंद्र तायल आदि शिष्यों ने हनुमान जी की सिंदूर पूजा सुंदरकांड का पाठ और भजन कीर्तन प्रातः काल की बेला में किया उन्हीं के द्वारा हनुमान की सवामणी का भोग और भंडारे की व्यवस्था की गई भक्तों ने बड़ी ही श्रद्धा के साथ भोजन प्रसाद ग्रहण किया।
आज कार्यक्रम में उपस्थित नगर आयुक्त रुड़की विजय नाथ शुक्ला,प्रवीण,सब्बरवाल,ब्रज मोहन ,सैनी,के पी सिंह,पंकज वर्मा ,विकास,ललित कश्यप,प्रेम चौधरी,मोहित,ललित ,संतोष,प्रदीप,आचार्य भावेश चौधरी,आदित्य चौधरी,जय भगवान,सुरेंद्र सोलंकी,तेज नारायण ,विजय चौधरी,चंदन त्यागी,अजय, सुदर्शना सैनी,नूतन सभरवाल,नीलम सैनी,सुनील,सत्यम,पंकज नंदा, ध्रुव,ओम निवास सत्येंद्र वन बिहारी, योगेश सिंघल,मनीषा सिंघल, नीरज आदि भक्त उपस्थित रहे।

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