रिपोर्ट ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
राजस्थान के मामले में बसपा कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा और आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की थी। वहीं दो मिनट का मौन रखकर मृतक बच्चे की आत्मा शांति के लिए प्रार्थना की।
राजस्थान के जालोर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर उच्च प्राथमिक विद्यालय स्कूल के एक शिक्षक पर आरोप है कि उसने छात्र इंद्र मेघवाल की इसलिए पिटाई कर दी क्योंकि उसने मटके को छू लिया था। बच्चे की उपचार के दौरान मौत हो गई। इस घटना के विरोध में बसपा कार्यकर्ताओं ने रुड़की में जोरदार प्रदर्शन किया। बसपा प्रदेश अध्यक्ष आदित्य बृजवाल के नेतृत्व में रुड़की नगर निगम से तहसील परिसर तक जुलूस निकाला और राजस्थान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहां पहुंचकर उन्होंने एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में मांग की कि इस प्रकार की घटना को अंजाम देने वाले शिक्षक को फांसी से कम सजा न दी जाए, पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए, परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी, इंद्र मेघवाल के नाम पर एक शिक्षण संस्थान की स्थापना और जिस विद्यालय में यह घटना हुई उसकी मान्यता को रद्द किया जाए।
प्रदेश प्रभारी नरेश गौतम ने कहा क्या यह सरकारें पुराने समय को दोहराना चाहती हैं जब दलित समाज के लोगों का उत्पीड़न किया जाता था और उनके साथ भेदभाव किया जाता था। कहा कि राजस्थान में हुई इतनी बड़ी घटना के बाद भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मौके पर नही पहुंचे। उन्होंने कहा कि बसपा अध्यक्ष के निर्देश पर शांतिपूर्ण ज्ञापन देने आए हैं अगर उनका निर्देश होगा तो बड़े आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा है विश्वास है कि राष्ट्रपति दलित समाज के बच्चे को न्याय दिलवाने का काम करेंगे।