रिपोर्ट ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
उत्तर प्रदेश में दूसरी बार योगी सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज चित्रकूट में वृहद वृक्षारोपण के कार्यक्रम में पौधा रोपित कर प्रदेश में वृक्षारोपण जन आंदोलन की शुरुआत करेंगे। इसी के उपलक्ष में आज शिवालिक इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन सहारनपुर में वृक्षारोपण कर इस जन आंदोलन में अपनी सहभागिता की। संस्थान के सचिव डॉ. जेसी शर्मा प्राचार्य डॉ. नीरज कौशिक ने अपने सभी शिक्षकों के साथ पोंधे रोपित किए।
संस्थान के सचिव डॉ. जेसी शर्मा ने बताया कि वृक्ष लगाकर उन्हें उगाना इसका प्रयोजन करना, प्रकृति के संतुलन को बनाए रखना, मानव के जीवन को सुखी, सम्रद्ध व संतुलित बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण का अपना विशेष महत्व है। मानव सभ्यता का उदय तथा इसका आरंभिक आश्रय भी प्रकृति अर्थात वन व्रक्ष ही रहे हैं। वृक्षारोपण मूल रूप से पौधों को पेड़ का रूप देने की प्रक्रिया है और इसीलिए उनका अलग-अलग स्थानों पर रोपण किया जाता है। वृक्षारोपण के पीछे का कारण ज्यादातर वनों को बढ़ावा देना, भूनिर्माण और भूमि सुधार है। वृक्षारोपण के इन उद्देश्यों में से प्रत्येक अपने स्वयं के अनूठे कारण के लिए महत्वपूर्ण है।
डॉ. नीरज कौशिक ने बताया कि वृक्षारोपण के बुनियादी लाभों में से एक यह है कि वे जीवन देने वाली ऑक्सीजन प्रदान करते हैं और जानवरों द्वारा छोड़ी गई कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं। हालांकि पेड़ न सिर्फ हमें ऑक्सीजन देते हैं बल्कि फल, लकड़ी, फाइबर, रबर आदि और भी बहुत कुछ प्रदान करते हैं। पेड़ पशुओं और पक्षियों के लिए आश्रय का भी काम करते हैं। वृक्षारोपण के इस पुनीत कार्यक्रम में संस्थान के शिक्षक श्रीमती नीरज शर्मा डॉ. बाबू राम सिंह, प्रभात सैनी, डॉ. रजनी शर्मा, पारुल तोमर, पूनम रानी, पूजा राठी, अंकित गुप्ता, कुलदीप कुमार, सत्यवीर सिंह, अनिल कुमार आदि उपस्थित रहे।