रिपोर्ट ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
किसान गोष्ठी का शुभारंभ बी०के०चौधरी ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक लिब्बरहेडी, हरिद्वार द्वारा किया गया। इस अवसर पर उनके द्वारा बताया गया कि किसानों का समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाना अति आवश्यक है। प्रशिक्षण के द्वारा किसान वैज्ञानिक खेती एवं नवीनतम तकनीक का उपयोग करके अधिकतम उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं एवं स्वयं भी तैयार करके उनकी गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं। वैज्ञानिक खेती वर्तमान की जरूरत है। गोष्ठी को संबोधित करते हुए वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार द्वारा पेडी प्रबंधन एवं गन्ने की खेती में लगने वाले रोग कीटों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। डॉ. दिप्ती चौधरी वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र धनौरी द्वारा भूमि की तैयारी एवं भूमि में कार्बनिक पदार्थों का प्रयोग करके भूमि की गुणवत्ता में सुधार के बारे में, तथा गन्ने की खेती में लगने वाले रोग एवं कीट के बारे में जानकारी दी गई।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 16 अधिकारी कर्मचारी गण एवं 78 कृषकों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया गया
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य रूप से अनंत सिंह विजय कुमार शर्मा,छोटेलाल, चौधरी ओंकार सिंह, कपिल गुप्ता श्री जयप्रकाश , शिवराम, पृथ्वीराज चौहान,यशवंत कुमार, देवेंद्र कुमार ,जग सिंह, पवन कुमार, सिद्धार्थ कुमार, लोकेश कुमार, धर्मेंद्र सिंह, नितिन धीमान,पहल सिंह,यशमोद कुमार पृथ्वीराज, यशवंत कुमार,देवेंद्र कुमार सुरेश सिंह , धर्मपाल , कालू रमेशचंद, सुरेश कुमार , राजेंद्र सिंह आशीष,हरवीर सिंह,योगेंद्र पाल, निखिल, चौधरी नेम सिंह, रणविजय सुलेखचंद, महेंद्र ,नरेंद्र सिंह, दिनेश कुमार जयपाल सिंह, राजवीर,प्रमोद कुमार, रमेश कुमार, हेमंत सिंह आदि उपस्थित रहे।