रिपोर्ट ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
स्कूल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वैश्विक विशेषज्ञ सहयोग देंगे ताकि डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्रों में नए और कुशल मानव संसाधन के विकास के लिए ज्ञान का आदान-प्रदान आसान हो
रुड़की, 28 सितंबर 2021: पूरी दुनिया में डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विशेषज्ञों की बढ़ती मांग के मद्देनजर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की मेहता फैमिली फाउंडेशन (एमएफएफ), यूएसए से सहयोग करार के तहत मेहता फैमिली स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की स्थापना करेगा।
दोनों संगठनों के बीच इस समझौता करार (एमओयू) पर आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर अजीत के चतुर्वेदी और मेहता फैमिली फाउंडेशन, यूएसए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राहुल मेहता ने हस्ताक्षर किए। 27 सितंबर 2021 को हुए इस वर्चुअल आयोजन मंे भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. के. विजय राघवन, भारत सरकार के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड के सचिव प्रो. संदीप वर्मा और आईआईटी रुड़की के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष डॉ. बी.वी.आर. मोहन रेड्डी मौजूद थे। सहयोग करार पर आईआईटी रुड़की के उपनिदेशक प्रो मनोरंजन परिदा, प्रायोजित अनुसंधान एवं औद्योगिक परामर्श के डीन प्रो. मनीष श्रीखंडे, आईआईटी रुड़की के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. नारायण प्रसाद पाढ़ी और पर्ड्यू विश्वविद्यालय, इंडियाना के प्रो. अनंत ग्रामा; कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय सैन डिएगो के प्रो. शंकर सुब्रमण्यम और प्रो राजेश के. गुप्ता और कार्यकारी निदेशक, एमएफएफ, यूएसए के श्री बर्नी लुक्सिच ने भी हस्ताक्षर किए।
डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विशेषज्ञों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए इस अंतर्राष्ट्रीय शैक्षिक करार पर अपने विचार रखते हुए भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो के. विजय राघवन ने कहा, ‘‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का शोध और प्रशिक्षण हमारे भविष्य की कुंजी है। भारत के लिए एआई प्रौद्योगिकियांे का विशेष महत्व है और आने वाले वर्षों में इसका समाज और अर्थव्यवस्था पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा। आईआईटी रुड़की और एमएफएफ का यह अंतर्राष्ट्रीय शैक्षिक करार एक सराहनीय प्रयास है जिससे भारत का नवाचार के पथ पर अग्रसर होना सुनिश्चित होगा।’’
करार के तहत, नए स्कूल में बैचलर, मास्टर और डॉक्टरेट डिग्री प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे। स्कूल सितंबर 2022 में बैचलर डिग्री के विद्यार्थियों के पहले बैच को दाखिला देगा। स्कूल का उद्देश्य डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्रों में नए और कुशल मानव संसाधन का विकास करना है। साथ ही, इन क्षेत्रों पर केंद्रित ट्रेनिंग और सर्टिफिकेशन प्रदान कर मौजूदा मानव संसाधन को अधिक सशक्त बनाना है। इस अवसर पर भारत सरकार के विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड के सचिव प्रोफेसर संदीप वर्मा ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि आईआईटी रुड़की और मेहता फैमिली फाउंडेशन के इस करार से विद्यार्थियों को सैद्धांतिक के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान का मजबूत आधार प्राप्त होगा। आईआईटी रुड़की एआई और डेटा साइंस के क्षेत्र में अग्रणी रहा है और मेहता फैमिली फाउंडेशन के साथ इस करार से संस्थान को ज्ञान और सूचना का संसाधन केंद्र बनने में अधिक बढ़ावा मिलेगा।‘‘
उपस्थित लोगों को अपने संबोधन में आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर ए. के. चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘आज आईआईटी रुड़की के सफर का ऐतिहासिक दिन है। हम संस्थान का ऐसा पहला स्कूल स्थापित कर रहे हैं। मेहता फैमिली फाउंडेशन के सहृदय सहयोग के बिना यह संभव नहीं होता। मैं विशेष रूप से श्री राहुल मेहता का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने पिछले छह महीनों में इस काम में गहरी रुचि ली और अपना कीमती समय दिया है। इसके बिना हम इस मुकाम पर नहीं पहुंच पाते। इस स्कूल की परिकल्पना में बड़ी संख्या में संस्थान के शिक्षकों का योगदान रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि वे अपनी देखरेख मेें आईआईटी रुड़की में मेहता फैमिली स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पूरा विकास करेंगे।’’
यह स्कूल एमएफएफ के सहयोग से आईआईटी रुड़की परिसर में इसी के लिए तैयार भवन में खुलेगा। बुनियादी व्यवस्था करने के अतिरिक्त एआई के जाने-माने विशेषज्ञ प्रो अनंत ग्राम, प्रो शंकर सुब्रमण्यम, और प्रो राजेश गुप्ता पाठ्यक्रम डिजाइन करने, शिक्षक नियुक्त करने, निगरानी रखने और स्कूल के भारतीय विद्यार्थियों को शोध के नए विचारों का सुझाव देने में सक्रिय भागीदारी करेंगे। ये विशेषज्ञ एमएफएफ के विद्यार्थियों के लिए स्कॉलरशिप और शिक्षक आदान-प्रदान की सुविधा भी देंगे। आयोजन में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए मेहता फैमिली फाउंडेशन, यूएसए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राहुल मेहता ने कहा,एआई-संचालित प्रौद्योगिकियांे से हमारी दुनिया तेजी से बदल रही है। विश्वस्तरीय शिक्षकों और आईआईटी रुड़की के बीच इस तरह के शैक्षिक सहयोग से ऐसे मानव संसाधन का विकास होगा जो जलवायु परिवर्तन, संसाधन की स्थिरता और सुरक्षा जैसी मौजूदा वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में सक्षम होगा।
हम ने आईआईटी रुड़की को चुना है क्योंकि उत्कृष्ट शिक्षा के दृष्टिकोण से इसका समृद्ध इतिहास रहा है और यह स्थान भी बहुत उपयुक्त है। मैं प्रोफेसर अजीत के. चतुर्वेदी और आईआईटी रुड़की के सभी शिक्षकों एवं अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों डॉ शंकर सुब्रमण्यम, डॉ राजेश गुप्ता और डॉ अनंत ग्राम को डेटा साइंस और एआई स्कूल स्थापित करने के उनके अथक प्रयास के लिए धन्यवाद देता हूं”, श्री मेहता ने कहा। आईआईटी रुड़की के पूर्व छात्र डॉ. अनंत ग्राम और पर्ड्यू विश्वविद्यालय, इंडियाना में कंप्यूटर विज्ञान के प्रोफेसर सैमुअल डी. कोंटे ने कहा, ‘‘मैं 1989 का आईआईटी रुड़की (तब रुड़की विश्वविद्यालय) स्नातक हूं। हम गौरवशाली थॉमसन परिवार से हैं – मेरे भाई डॉ. चेतन ग्राम भी 1986 के आईआईटी रुड़की स्नातक हैं और मेरे पिता डॉ. जी. एन. योग नरसिम्हन कई वर्षों तक शिक्षा सेवा दी। मेरे इस पूर्व शिक्षा संस्थान में मेहता फैमिली फाउंडेशन स्कूल ऑफ डेटा साइंस एण्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की स्थापना कर रहा है यह देख मुझे बहुत खुशी हुई है। आईआईटी रुड़की के प्रतिभाशाली और समर्पित शिक्षकों और विद्यार्थियों के साथ काम करने और मेहता फैमिली फाउंडेशन का सहयोग प्राप्त करने के साथ मैं इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में एक विश्वस्तरीय अनुसंधान, शिक्षा और संपर्क कार्यक्रम बनाने में सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध हूं। मेहता फैमिली स्कूल ऑफ डेटा साइंस एण्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दूरदृष्टि डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रोजेक्ट में प्रौद्योगिकी सहायता देने में सबसे आगे रहने की है। कई अन्य उद्देश्य भी हैं जैसे डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित उद्यमिता और स्टार्टअप का बीजापरोपण कर भारत सरकार के खास अभियान मेक-इन-इंडिया और आत्मनिर्भर भारत को समर्थन देना और सूचना और ज्ञान के आदान-प्रदान का संसाधन केंद्र बनाना है। मेहता फैमिली फाउंडेशन का परिचय भूपत एंड ज्योति मेहता फैमिली फाउंडेशन (एमएफएफ) ह्यूस्टन, टेक्सास, यूएसए में है। इसकी स्थापना निशा, राहुल, जैनेश और उनकी पत्नी ममता और धर्मेश और उनकी पत्नी अर्चना ने अपने माता-पिता मुंबई, भारत के भूपत और ज्योति मेहता के सम्मान में की थी। भूपत और ज्योति ने अपने बच्चों को शिक्षा के महत्व को आत्मसात करने के बारे में बताया क्योंकि इससे मनुष्य और समाज के जीवन में गुणात्मक सुधार होता है। एमएफएफ 20 से अधिक वर्षों से पूरी दुनिया में जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने की पहल का समर्थन करता रहा है और 100 से अधिक संगठनों को आर्थिक सहयोग दिया है जो स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा की सुलभता बढ़ाते हैं। एमएफएफ का वर्तमान मिशन वैश्विक शैक्षिक सहयोग से बौद्धिक प्रतिभा का विकास करना है। इसे पूरा करने के लिए एमएफएफ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में बैचलर, मास्टर और डॉक्टरेट डिग्री के नए प्रोग्राम शुरू करने को बढ़ावा देता है और विश्वप्रसिद्ध शिक्षकों और संस्थानों के बीच सहयोग की सुविधा देकर इनकी सफलता सुनिश्चित करता है। अब तक आईआईटी के साथ एमएफएफ के सहयोग करार में शामिल हैं स्कूल ऑफ बायोसाइंसेज (आईआईटी मद्रास), सेंटर फॉर इंजीनियरिंग इन मेडिसिन (कानपुर) और स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (गुवाहाटी और रुड़की)। इन सहयोग करारों और अन्य प्रयासों के माध्यम से एमएफएफ भारत के शैक्षिक संस्थानों के विद्यार्थियों को शिक्षा, पेशा और व्यक्तिगत जीवन में उत्कृष्टता की नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास करता है। इस तरह से अधिक सुशिक्षित और अत्यधिक कुशल कार्यबल तैयार होता है जो नवाचार, आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत का वैश्विक वर्चस्व कायम करता है।