Uncategorized

इकबालपुर शुगर मिल पर गन्ने के बकाया भुगतान को लेकर विधायक उमेश कुमार ने किया शुगर मिल का घेराव, किसान संगठनों का मिला समर्थन

Spread the love

 

रिपोर्ट:-ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की

मोदी कहते थे एक अकेला पूरे देश के विपक्ष पर भारी इसी तरह उत्तराखंड में एक अकेला निर्दलीय विधायक उमेश कुमार कांग्रेस के 19 विधायको पर भारी,जी हां आज उमेश कुमार ने इकबालपुर मिल पर किसानों का 125,करोड़ बकाया होने के चलते पहले गन्ना मंत्री सौरभ बहुगुणा से मुलाकात की थी लेकिन मील ने बहुत थोड़ा सा पैसा किसानों के खाते में भेजकर बाकी का बकाया रोक रखा है। इसी क्रम में तीन दिन पहले खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने सिर्फ सोशल मीडिया के माध्यम से मिल के बाहर धरना देने का ऐलान किया था। आज दोपहर बारह बजे विधायक अपने भारी समर्थको के साथ शुगर मिल पहुंचे लेकिन क्रमचारियो ने गेट खोलने से मना कर दिया। जिसके बाद उमेश कुमार मील अधिकारियों को दस मिनट का टाइम देकर चेतावनी दी,की इज्जत के साथ गेट खोल दो वरना मुझे गेट खुलवाना अच्छी तरह आता है। धमकी भरा लहजा देखकर मील प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और उन्होंने पांच मिनट में ही बाहर आकर बाते करनी शुरू की लेकिन विधायक उनकी बात से सहमत नहीं हुए और ऑन रिकॉर्ड बात रखने को बोला विधायक का गुस्सा देखकर मील प्रशासन अंदर बैठकर बात करने को कहने लगा लेकिन विधायक अपने समर्थकों की जिद के चलते बीच रास्ते पर सबके सामने बात करने को राजी हुए जिस में मिल के अधिकारियों ने सारा अपना रिकार्ड दिखा कर विधायक को बताया कि हमारी जमीन रेलवे में जाएंगी जहां से हमे लगभग पचास करोड़ रुपया आएगा जो हम सबसे पहले हरिद्वार जिले के किसानों को देने का काम करेंगे ,उसके बाद मील के पास ही कई बीघा जमीन है। जो बैंक में बंधक है उसको बैंक से छुड़ाकर कोई दूसरी जमीन बैंक को देकर पहली जमीन को बेचेंगे जो लगभग 60,करोड़ की कीमत की बिकेगी वो सब पैसा हम सबसे पहले हरिद्वार के किसानों को देने का काम करेंगे उसके बाद हरियाणा या पंजाब के किसानों को देंगे इस तरह करके किसानों का सारा पैसा मील जारी करेगा। ये सब चीजें मिल प्रशासन ने लिखित में विधायक को दी है। ये तो बात हुई उमेश कुमार के निर्दलीय होते हुए उनके वजूद की ,अब बात करते है हरिद्वार के पूर्व सांसद उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की अब तक 11,चुनाव हार चुके है। इन्होंने जनवरी की कड़कती ठंड में मिल के बाहर धरना दिया था लेकिन आज तक कोई नतीजा नहीं निकला और अब 9 मई को फिर से रावत दुबारा धरना देंगे ,लेकिन जो काम वो 24 घंटे के धरने में करेंगे तो वही काम उमेश कुमार ने दो घंटे के समय में कर दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *