रिपोर्ट ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
रुडकी पुरानी तहसील नवग्रह मंदिर में भगवान शनिदेव की जयंती धूमधाम से मनाई गई।ज्योतिषाचार्य आचार्य पंडित रमेश सेमवाल ने कहा कि भगवान शनिदेव कर्मों के फल दाता हैं और नवग्रहों में दंडाधिकारी हैं।भगवान शनिदेव का जन्म जेष्ठ कृष्ण पक्ष अमावस को हुआ था। भगवान शनि सूर्य के पुत्र हैं,जो अच्छे बुरे कर्मों का फल प्रदान करते हैं।आचार्य पं.सेमवाल ने कहा कि ज्योतिष में शनि को न्यायाधीश का पद प्राप्त है,जो भी अच्छे कर्मों को करके भगवान शनिदेव को प्रसन्न करता है,शनिदेव उसकी मनोकामना पूर्ण करते हैं।जो अशुभ कर्म करते हैं,माता-पिता का अपमान करते हैं,समाज में घृणित कार्य करते हैं उन्हें शनिदेव दंड देते हैं।कलयुग में शनिदेव कर्मों के अनुसार फल देते हैं,इसलिए हमें शनिदेव को अच्छे कर्मों के द्वारा प्रसन्न करना चाहिए।गौ सेवा,माता-पिता का सम्मान,गरीबों की सहायता व मांस मदिरा से दूर रहना चाहिए।शनि जयंती के अवसर पर शनिदेव के 1008 मंत्रों के द्वारा विशेष यज्ञ किया गया तथा शनिदेव का अभिषेक कर राष्ट्र कल्याण के लिए प्रार्थना की गई।मेयर गौरव गोयल ने कहा कि गरीबों की सेवा करने,रोते हुए को हंसाने,सच्चे और अच्छे कर्म करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं,हमें सच्चाई और अच्छाई के मार्ग पर चलते जाना चाहिए।कार्यक्रम में डॉ.आशुतोष सिंह,प्रदीप बधावन,जगदीश अरोड़ा,पंकज नंदा,पूजा नंदा,पूनम सिंह,चित्रा गोयल,राधा भटनागर, सुलक्ष्णा सेमवाल,आदिति सेमवाल,वैद्य टेक बल्लभ,मोहित राष्ट्रवादी, गौरव त्यागी,नरेश शास्त्री, संजीव शास्त्री,सौरभ भूषण शर्मा,राधा भंडारी,सुरेंद्र शर्मा एडवोकेट,प्रदीप चौहान एडवोकेट,अभिषेक शर्मा,सुनीता,ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष सतीश शर्मा,पार्षद चंद्रप्रकाश बाटा,राकेश गिरी आदि लोग उपस्थित थे।