(संवाददाता:- ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की) रुड़की। किसानो की विभिन्न समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के बैनर तले सैकड़ो की संख्या में किसान हाथों में गन्ने की फसल लेकर रुड़की के मिलिट्री चौक से तहसील परिसर तक पैदल मार्च करते हुए पहुंचे और सरकार पर किसानों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। आपको बता दें कि आज रुड़की में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ो किसानों ने मिलिट्री चौराहे से एसडीएम चौक तक हाथों में गन्ने लेकर पैदल मार्च निकाला। इस दौरान संजय चौधरी ने सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अभी तक गन्ने का मूल्य प्रदेश में घोषित नहीं किया गया है। दो माह से किसान मिल में उधार गन्ने डाल रहा है मगर उनका गन्ने के रेट नहीं मालूम है। किसानों ने मांग रखी कि महंगाई को देखते हुए गन्ने का मूल्य पाँच सौ रुपये प्रति कुंतल घोषित किया जाए। जब तक गन्ने का भाव तय नही होगा तब तक किसान इसी तरह सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करता रहेगा।जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार पूंजीपतियो की सरकार है। भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। किसान भुखमरी की कगार पर आ पहुंचा है लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है। किसान मिल में गन्ना लेकर 24 घंटे कड़ाके की ठंड में खड़ा रहता है लेकिन उसको वाजिब दाम तक नहीं मिल पा रहे हैं। सरकार ने जल्द मांगे नहीं मानी तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।किसानों ने जॉइंट मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर अपना धरना समापन किया।