रिपोर्ट:-ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
रुड़की। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इण्डिया (आठवाले) के प्रदेश महासचिव देवेन्द्र सिंह ने अपने कार्यालय पर प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि बेलड़ा प्रकरण में जिस तरह पुलिस द्वारा कार्रवाई में लीपापोती कर रही हैं, उससे पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पायेगा। उन्होंने घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि 11 जून की रात्रि में वह परिवार के साथ गांव में जा रहे थे, तभी वहां उन्होंने पंकज कुमार को मृत अवस्था में पड़ा हुआ देखा, तो उन्होंने घटना की जानकारी परिजनों को दी। साथ ही बताया कि पुलिस द्वारा घटना स्थल पर जिस तरह टैªक्टर खड़ा होने की दिशा बताई जा रही हैं, वह गलत हैं। क्योंकि ट्रैक्टर सड़क के बीचों-बीच खड़ा हुआ था और मौके पर सचिन प्रधान भी मौजूद था। उन्होंने बताया कि सूचना देकर एम्बुलेंस को बुलवाया और पंकज के शव को उसमें रखवाकर अस्पताल भिजवाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया कि मृतक पंकज का सिर बीच से फटा हुआ था और बाया पैर का नीचे का हिस्सा भी जख्मी था। सबसे बड़ी बात यह है कि इस घटना को रंजिशवश अंजाम दिया गया। क्योंकि यदि ट्रैक्टर से बाईक की टक्कर लगती, तो वह आगे से क्षतिग्रस्त होती, जबकि बाईक पीछे वाले हिस्से से क्षतिग्रस्त थी। उन्होंने मृतक परिजनों की मांग को सही ठहराते हुए बताया कि पुलिस ने कार्यवाही में लीपापोती का प्रयास किया, जिसका अंजाम इतने बड़े बवाल के रुप में सामने आया। उन्होंने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष द्वारा पीड़ित परिजनों से मुलाकात व उनके लिए की गई घोषणा पर संतोष जताया और बताया कि उनकी घोषणा से परिवार को मदद मिलेगी। इस प्रकरण को लेकर वह केंद्रीय मंत्री से भी मिले ओर इस संबंध में सीएम से भी मुलाकात की और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की थी। उन्होंने बताया कि जिन लोगों पर पुलिस ने कार्रवाई की, उनमें से ज्यादातर लोग निर्दोष हैं। उन्होंने बताया कि यदि पुलिस तत्काल ही धारा 302 में मुकदमा दायर कर देती, तो इतना बड़ा बवाल ही नहीं होता। इस प्रकरण में पुलिस की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवाले भी गांव का दौरा करेंगे और जो भी संभव होगा, पीड़ितों की मदद करने के साथ ही उन्हें न्याय दिलाया जायेगा। उन्होने यह भी बताया कि पुलिस बार-बार घटनास्थल के अपने ब्यान बदल रही हैं, जो निंदनीय हैं।