रिपोर्ट ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
रुड़की।वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के निकट आते ही विभिन्न दलों के नेता अपनी-अपनी विधानसभाओं में जहाँ चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं,वहीं विभिन्न छोटे-बड़े दलों के कई नेता चुनाव में कम समय को देखते हुए चुनावी तैयारियों को लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं,जिसमें विश्व प्रसिद्ध दरगाह साबिर पाक की जन्मस्थली पिरान कलियर शरीफ से भी आम आदमी पार्टी के नेता इंजीनियर शादाब आलम पिछले कुछ दिनों से मुशायरा तथा होल्डिंगों के माध्यम से अपनी पहचान क्षेत्र में बनाने का प्रयास कर रहे हैं,हालांकि वह क्षेत्र में एवं यहां की जनता से अनजान और नए हैं,जो जिला उधमसिंह नगर के काशीपुर से ताल्लुक रखते हैं,फिर भी उन्हें हरिद्वार की तीर्थ नगरी पिरान कलियर शरीफ ही पसंद आई और यहां आकर उन्होंने पिरान कलियर क्षेत्र अंतर्गत घनी आबादी वाले ग्राम रामपुर सहित विभिन्न चौराहों एवं मार्गों पर अपने होल्डिंग लगाकर कलियर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास किया है।मुशायरों के फीते भी आप नेता शादाब आलम के द्वारा काटे जा रहे हैं,किंतु सवाल ये उठता है कि विधानसभा चुनाव जीतने के लिए क्या होल्डिंग और मुशायरे ही काफी हैं,तो वहीं दूसरी ओर उनकी सभा का संचालन एक ऐसे व्यक्ति के द्वारा जो उनका सारथी बनकर उन्हें चुनाव जिताने का सपना दिखा रहा है,वह पूर्व में नकली सीमेंट बनाने को लेकर चर्चा में आए और सलाखों के पीछे जा चुके इस युवा होनहार को क्षेत्रवासी जंगू सिंह राणा के नाम भले ही जानते हों,आजकल शादाब आलम की नुक्कड़ सभा में इनकी सभाओं का संचालन करना क्षेत्र की जनता में चर्चा का विषय बना हुआ है।क्षेत्र के लोग आप पार्टी से पिरान कलियर से चुनाव लड़ने का इरादा कर रहे इंजीनियर शादाब आलम को भी इक ही नजरिए से देख रहे हैं,तो क्या ऐसे में वह कलियर विधानसभा का चुनाव जीत के लिए लड़ पाएंगे?पूर्व में दो बार पिरान कलियर सीट से क्षेत्र के बाहरी उम्मीदवार ने दो बार आजाद और बसपा से चुनाव लड़ा।भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र के उस किसान नेता की मिसाल कलियर विधानसभा वासियों के सामने हैं,जिन्हें आजाद उम्मीदवार के तौर पर मात्र चार सौ वोट और बसपा उम्मीदवार के तौर पर केवल चार हजार मत ही प्राप्त कर वे अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए थे,भगवानपुर के उस बाहरी नेता से भी खराब पोजीशन चुनाव में आप नेता की हो इसमें कोई संशय नहीं है,क्योंकि जिस पार्टी का हरिद्वार जनपद में जनाधार न के बराबर हो तथा जिले से बाहर का जनाधारहीन नेता कलियर में आकर यहां के मौजूदा विधायक हाजी फुरकान अहमद पर क्षेत्र की अनदेखी करने का आरोप अपने सभा में लगाए विचारणीय लगता है,हालांकि कलियर विधानसभा क्षेत्र अपने वजूद में आने से पूर्व काफी पिछड़ा हुआ क्षेत्र माना जाता था,लेकिन अब विधानसभा पिरान कलियर को अस्तित्व में आए दस वर्ष हो चुके हैं तो इन दस वर्षों में कलियर विधानसभा क्षेत्र में जहां कई छोटे-बड़े विद्यालयों की स्थापना,डिग्री कॉलेज एवं पक्के मार्ग व पुलों का निर्माण कराया गया है,उससे तो कलियर की दिशा और दशा ही बदली हुई नजर आ रही है,फिर ऐसे में आप नेता का यह कहना कि क्षेत्र में विकास नहीं हुआ है तो इससे प्रतीत होता है कि उन्हें इस क्षेत्र के बारे में कोई जानकारी नहीं है और वे यहां की जनता को भोली-भाली तथा अशिक्षित मानकर चुनाव जीतने का सपना देख क्या वह अपने इस मिशन में सफल हो पाएंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा?