रिपोर्ट ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
रुड़की क्षेत्र में अगर देखा जाये तो नशे का कारोबार दिन दूनी रात चैगुनी गति से बढ़ता जा रहा हैं नशे के जाल में पड़कर युवा पीढ़ी अपना शौक पूरा करने के लिए छोटी मोटी चोरियों को करने से कोई परहेज नही करता है अगर देखा जायें जो आमतौर पर युवा नारकोटिक दवाई,नशीले इंजेक्शन, शराब,स्मैक के साथ पीते हुए कही भी देखे जा सकते है। हांलाकि अपने अभिभावकों की नजर से बचने के लिए आज कल युवा नये-नये तरीके अपना रहे है। जबकि इन दवाओं के प्रभाव से उनका आगे का जीवन कितना कठित हो जाता है। इसे वह नही जानते और नशे के लती युवा मैडीकल स्टोरो पर नशे की गोलियां, सिरप, कैप्सूल आदि को कलियर, मंगलौर, भगवानपुर, लंढौरा,रुड़की में खरीदते देखें जा सकते है। स्वास्थ्य विभाग व ड्रग इस्पेक्टर ने भी तमाम मेडिकल स्टोर संचालकों को इन नशली गोलियों को बेचने की छूट दे रखी है क्या ? अन्यथा क्या है जो दवाईयां डाक्टर के पर्चे के बिना प्रतिबंध होने पर भी उक्त नशीली गोलियां नशेडियों को खुलेआम अधिक दाम देकर उपलब्ध हो जाती है। नशे के कितने रूप है । इस बात की जानकारी नशेडी या मेडीकल स्टोर संचालक दे सकते है। नाम न लिखने की शर्त पर बताया गया है। कि खासी की दवा कोरेक्स आदि नीदं की गोली अल्प्रक्स जिसका प्रयोग नशेलची धडल्ले से कर रहे है। मुह मे महक न आये इसीलिए गोली व इंजेक्शन का प्रयोग करते है।