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चमनलाल महाविद्यालय में उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष में गृह विज्ञान विभाग द्वारा हस्तशिल्प एवं फूड फेस्टिवल प्रदर्शनी का आयोजन उल्लास नाम से किया गया

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(रिपोर्ट:-ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की) रुड़की । प्रदर्शनी का शुभारंभ महाविद्यालय प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष अतुल हरित एवं सचिव अरुण कुमार हरित एवं महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुशील उपाध्याय ने किया डॉ.उपाध्याय ने बताया कि महाविद्यालय में इस प्रकार की प्रदर्शनी का आयोजन विभिन्न अवसरों पर होता रहता है l छात्र-छात्राओं की बहुमुखी प्रतिभा के लिए यह आवश्यक भी है आज भारतवर्ष को हस्त कौशल विकास की आवश्यकता है l इसी क्रम में फूड फेस्टिवल के अंतर्गत छात्र-छात्राओं ने अनेकों प्रकार के व्यंजनों से निर्मित फूड स्टाल लगाए तथा तरह-तरह के पकवान मिष्ठान एवं साउथ इंडियन रेसिपी भी प्रदर्शनी का मुख्य अंग रही। गढ़वाली मंडल के अनेकों व्यंजनों को भी फूड स्टॉल पर लगाया गया। हस्तशिल्प प्रदर्शनी के अंतर्गत अनेकों कपड़ों पर कला आकृतियों को उतारा गया जिसमें ब्लॉक छपाई, स्क्रीन छपाई, बांधनी शिल्प कला, स्टैंसिल छपाई तथा दुपट्टा चादर कुशन कवर विशेष रहे। साथ ही दीपावली पर्व के अनेक सजावट के सामान जैसे दीपक, झालर एवं झूमर इत्यादि वस्तुएं प्रदर्शनी का मुख्य अंग रही। सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने कुछ हस्तशिल्प वस्तुओं की खरीदारी भी की। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. नीतू गुप्ता एवं डॉ. अनामिका चौहान ने बताया कि विगत दिनों से इस प्रदर्शनी को लेकर छात्राओं ने दिन-रात परिश्रम किया जिसके कारण आज इस प्रदर्शनी का आयोजन संभव हो सका उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष में द्वितीय चरण में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं एंटी ड्रग्स कमेटी द्वारा एक व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत छात्र-छात्राओं को धूम्रपान संबंधी वस्तुओं से बचने के उपाय एवं मार्गदर्शन दिया गया जिसके समन्वयक मोहम्मद डॉ. इरफान एवं डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि धूम्रपान दिन प्रतिदिन युवा वर्ग को कमजोर कर रहा है जिससे आज की युवा पीढ़ी त्रस्त हो रही है अतः हम सभी शिक्षकों का यह दायित्व है कि हमें धूम्रपान से आज के युवा वर्ग को बचाना होगा साथ ही महाविद्यालय प्राचार्य डॉ.सुशील उपाध्याय ने बताया कि उत्तराखंड राज्य की स्थापना किन परिस्थितियों में की गई तथा किन उद्देश्यों को लेकर की गई जिससे छात्र-छात्रा अपना करियर बना सके इस विषय पर भी उन्होंने प्रकाश डाला l इस व्याख्यान में डॉ. धर्मेंद्र, डॉ. हिमांशु, डॉ.प्रभात कुमार का विशेष सहयोग रहा l इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे ।

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