रिपोर्ट:- इमरान देशभक्त रुड़की
रूडकी।अजमेर शरीफ दरगाह कमेटी के पूर्व सदस्य और हिमाचल प्रदेश के प्रभारी रहे इलियास कादरी के निधन पर दरगाह साबिर पाक में फातिहा खानी और दुआए मगफिरत का एहतमाम किया गया।इस दुआ की मजलिस में बरेली दरगाह वामिकी के सज्जादा नशी सैयद असलम मियां वामिकी,उत्तराखंड हज कमेटी और मदरसा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मौलाना जाहिद रजा रिजवी,दरगाह अजमेर शरीफ के सहायक नाज़िम मो.शादाब चिश्ती,उर्दू अकेडमी के पूर्व उपाध्यक्ष शायर अफजल मंगलौरी,शाह यावर मियां, राव इमाम साबरी,लंढोरा के चैरमैमन शहजाद खान,मेहताब साबरी, रियाज़ कुरैशी साबरी,सैयद नफिसुल हसन,इमरान देशभक्त,सलमान फरीदी, सूफी समद साबरी आदि ने शिरकत की और मरहूम इलियास कादरी परिवार के लिए शोक संदेश भेजा।बरेली के सज्जादा नशी सैयद असलम मियां ने कहा कि मरहूम इलियास कादरी की दरगाहों और बुजुर्गाने दीन से बहुत अक़ीदत रखते थे।शायर अफजल मंगलौरी ने कहा कि दरगाह साबिर पाक में इलियास कादरी पिछले चालीस साल से हाजरी दे रहे थे और निधन से पूर्व गत सप्ताह उन्होंने फोन पर साबिर पाक में सलाम पेश किया था।अमीरे शरीयत उत्तराखंड मौलाना जाहिद रजा रिजवी ने कहा कि मरहूम इलियास कादरी एक बेहतरीन इंसान होने के साथ-साथ सामाजिक सेवाओं से भी जीवन भर जुड़े रहे।