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राष्ट्रीय मानव अधिकार कमेटी के पदाधिकारियों ने कहा बेकसूर लोगों पर नहीं होनी चाहिए कानूनी कार्यवाही, सहारनपुर में पुलिस के द्वारा पिटे 4 बेकसूर

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रिपोर्ट ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की

सहारनपुर। जिला सहारनपुर का पूरा मामला बेकसूर लोगों ने बताई अपनी दास्तान पीर वाली गली में रहने वाले मोहम्मद अली जेल से रिहा होने के बाद घर पहुंचे घर पर मोहल्ले के लोग और रिश्तेदारों की भीड़ जुट, हर एक शख्स हाल-चाल पूछ रहा था। अली बताते हैं मुझे जुमे की नमाज अपने घर के पास मस्जिद में नमाज अदा की।इसके बाद एक्टिवा लेने के लिए एजेंसी की तरफ चलें मोहम्मद साजिद को भी पुलिस ने आरोपी बनाया जेल भेज दिया। अली कहते हैं मैंने 22 दिन बिना किसी अपराध के जेल में बिताए हैं। मुझे इंसाफ मिलना चाहिए मोहम्मद आसिफ भी पीर वाली गली में रहता है। आसिफ ने बतायाकी में स्कूटी से जामा मस्जिद की ओर से निकल रहा था । तभी दो पुलिसकर्मी आए उन्होंने कुछ नहीं पूछा बस उन्हें पकड़ लिया थाने में ले जाते हुए बोले की फुटेज से मिलान किया जाएगा उसके बाद छोड़ दिया जाएगा। और उसके बाद मुझे कमरे में बुलाया फिर सभी की पिटाई की गई। मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि पिटाई करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। पीर वाली गली में रहने वाले सुभान अपने मोहल्ले में दोस्त आसिफ और अली के बारे में थाने पर पूछने गया था। सुभान का कहना है बाइक में थाने पहुंचा था पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया 10 जून की शाम को दो पुलिसकर्मियों ने 10 से 15 मिनट तक लाठियों से पीटा कि निर्दोष होने की वजह से मुझे भी पीटा। गुलफाम मूसा का साला आसिफ है जब फोन पर आसिफ के गिरफ्तारी होने की खबर मिली तो वह वकील करने के लिए नखासा बाजार से जा रहे थे। तभी दो पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया था। पुलिसकर्मियों ने फुटेज चेक करने का बहाना बताया बोले फुटेज देखकर तुझे छोड़ दिया जाएगा। लेकिन पुलिस ने गुलफाम को भी रोका दोषी बना कर जेल भेज दिया उनका कहना है कि जो दोषी है उसको सजा देनी चाहिए। हम लोगों को बेकसूर पकड़ कर बिना किसी वजह के कानूनी प्रक्रिया में हमें फंसा गया है जो नाजायज है हम इंसाफ की गुहार लगाते हैं। राष्ट्रीय मानव अधिकार कमेटी के पदाधिकारी एवं डिप्टी कनविनर उत्तराखंड उत्तर प्रदेश मो. आदिल फरीदी को इस घटना की जानकारी मिली तो मो. आदिल फरीदी ने कहां की पुलिस प्रशासन का कार्य जनता की सेवा करने का होता है। अगर इसी प्रकार निर्दोष व्यक्तियों पर पुलिस प्रशासन कार्रवाई करेगा तो हम बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम ऐसे अधिकारियों के ऊपर कठोर कार्यवाही कराने का कार्य करेंगे। वहीं उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि हम इस मामले की जांच कराई जाएगी। इस पूरे घटनाक्रम में जो भी दोषी होगा। उसके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। लेकिन घटनाक्रम में बेकसूर निर्दोष व्यक्तियों के खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।

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