रिपोर्ट ब्रह्मानंद चौधरी रुड़की
टेंडर निर्माण कार्य से संबंधित कुछ काम ही पास हो पाए,यही नहीं बल्कि पार्षद आपस में दो गुटों में बंटे नजर आए और दोनों गुटों ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए।विकास कार्यों को अवरुद्ध करने को लेकर पार्षद के दोनों गुट एक दूसरे की खींचतान करते नजर आए।लगभग दो घंटे तक चली यह इस बैठक में 22 पार्षदों ने कुछ प्रस्ताव पर सहमति तथा कुछ पर असहमति वाला पत्र नगर आयुक्त को दिया गया है,जिसमें कुल 36 प्रस्ताव ही पास हो पाए,जबकि मेयर विरोधी इन पार्षदों ने कई प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिए,जिसे लेकर मेयर पक्ष वाले 18 पार्षदों ने विरोधी गुट के पार्षदों पर नगर के विकास को अवरुद्ध करने तथा भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाकर काफी हंगामा किया।दोनों ओर से महिला एवं पुरुष पार्षदों में जोरदार कहासुनी हुई।इस पर महापौर भी चुप नहीं बैठे और उन्होंने पूर्व एमएनए व एसएनए की जोड़ी को निशाने पर लिया।उन्होंने कहा कि एमएनए-एसएनए की जोड़ी निगम में कुछ पार्षदों को लाभ पहुंचाने तथा उन्हें गुटबाजी में धकेलने के लिए कार्य करते रहे, जिससे निगम में गुटबाजी को बढ़ावा मिला तथा चंद ही पार्षदों को ठेके दिए,जिनमें बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया।एएसडीएम तथा नगर आयुक्त विजय नाथ शुक्ल ने बोर्ड की बैठक का समापन कर दिया तथा मेयर गौरव गोयल ने सभी का आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर सहायक नगर आयुक्त एसपी गुप्ता,पार्षद पूनम देवी,डॉक्टर नवनीत शर्मा,चंद्रप्रकाश बाटा,अनूप राणा,विनीता रावत,शक्ति राणा,देवकी जोशी,रेशमा परवीन,संजीव राय टोनी,वीरेंद्र गुप्ता,सचिन चौधरी,राजेश देवी ,हेमा बिष्ट,राजेश्वरी कश्यप,पंकज सतीजा कय्यूम,मामचंद,जगदीश प्यारेलाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।