
अतिक्रमण कार्यों की वजह से तकिया चौराहा बना थोड़ी सी बरसात में तालाब मुख्य वजह अतिक्रमण करियो की है। दिन में ना जाने कितने अधिकारी निकलते हैं लेकिन चाहे पीडब्ल्यूडी विभाग हो और चाहे अन्य अधिकारी लेकिन कोई भी अधिकारी सुध लेने को नहीं है तैयार प्लान तो कई बार तैयार किया जाता है लेकिन वह कागजों में ही रह जाता है। अब देखना होगा क्या अधिकारियों का डंडा इनपर भी होगा सख्त।
उन्नाव कोरोना कर्फ्यू खुलने के बाद लगातार भीड़ के बाजार में बढ़ने और अतिक्रमण से शहर का ट्रैफिक सिस्टम धड़ाम है। बुधवार को भी शहर का मुख्य मार्ग कई घंटे तक जाम की चपेट में रहा। इससे लोगों को आवागमन में भारी समस्या का सामना करना पड़ा।
बुधवार को एक बार फिर शहर के मुख्य मार्ग सब्जी मंडी से बड़ा चौराहा छोटा चौराहा गांधी नगर तक जाम जैसी स्थिति बनी रही। सुबह करीब 10 बजे से लेकर दोपहर पौने एक बजे तक यह स्थिति कई चक्रों में रुक-रुक कर कई बार देखने को मिली। सड़क की दोनों पटरियों पर वाहनों का दबाव बढ़ने से आवागमन प्रभावित हो गया। इस बीच बड़ा चौराहा, सब्जी मंडी, ओवर ब्रिज, छोटा चौराहा आदि स्थानों पर तैनात यातायात पुलिस के जवान और होमगार्ड भी जाम से लोगों को निजात दिलाने के लिए प्रयास तो करते रहे, लेकिन कहीं कोई हल नहीं निकल सका। आखिर में एक बार फिर दोनों छोरों से चौपहिया वाहनों को शहर के अंदर आने से रोका गया, तब जाकर कहीं लोगों को राहत मिल सकी। एक बजे के बाद स्थिति सामान्य हो गई।



